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राहुल गांधी के सामने कांग्रेस कार्यकर्ता भिड़े, पूर्व विधायक ने पटककर मारा, जानिए पूरा मामला

मुंबई, 07 अप्रैल, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। बिहार प्रदेश कार्यालय में सोमवार को यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर मारपीट हुई। पटना के सदाकत आश्रम में राहुल गांधी जिला अध्यक्षों और नेताओं के साथ विधानसभा चुनाव को लेकर बैठक कर रहे थे। उसी दौरान बाहर कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। बताया जा रहा है कि बैठक के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं के बीच तू-तू-मैं-मैं हो गई। इससे नाराज पूर्व अध्यक्ष अखिलेश सिंह बैठक के बीच से बाहर निकल गए। उनके पीछे उनका समर्थक रवि रंजन जा रहा था, तभी यूथ कांग्रेस से जुड़ा असद और पूर्व विधायक टुन्ना चोर-चोर के नारे लगाने लगे। रवि रंजन ने जब विरोध किया तो उसको दौड़ा दिया। टुन्ना ने उसे पटक दिया और लात-घूंसे से पीटने लगे। बीच में अखिलेश सिंह ने बीच-बचाव कर उसे छुड़ाया। बाहर हंगामा होता देख राहुल गांधी ने अपनी बैठक को 20 मिनट में ही खत्म कर दिया और एयरपोर्ट के लिए निकल गए। मारपीट के बाद कार्यकर्ता रवि रंजन ने आरोप लगाया, 'मैं भूमिहार हूं और वो राजपूत है, इसलिए मुझे मारा गया। पार्टी मे Read more...

पति-पत्नी, प्राइवेट तस्वीरें और ब्लैकमेलिंग... परेशान होकर किया दोस्त का कत्ल, 9 टुकड़ों में मिली लाश, दिल दहला देगी ये ...

गुजरात के भरूच जिले से एक सनसनीखेज हत्याकांड सामने आया है, जिसने पुलिस से लेकर आम लोगों तक को हैरान कर दिया। 29 मार्च 2025 को भरूच के भोलाव इलाके में एक गंदे नाले के पास आवारा कुत्तों द्वारा नोचे जा रहे एक संदिग्ध पैकेट से मिली एक कटी हुई मानव खोपड़ी ने इस भयानक हत्याकांड की शुरुआत की। यह मामला न सिर्फ दिल दहला देने वाला था, बल्कि इसकी परतें खुलते ही जो सच्चाई सामने आई, उसने सभी को स्तब्ध कर दिया।

कटे हुए सिर से शुरू हुई कहानी

उस दिन स्थानीय लोगों ने जब सीवर के पास कुत्तों को एक काले पॉलीथिन पैकेट को खींचते देखा, तो पहले उन्हें लगा कि कोई मरा हुआ जानवर होगा। लेकिन जब उन्होंने पास जाकर देखा तो उनके पैरों तले ज़मीन खिसक गई। उस पैकेट में एक इंसानी सिर था। लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जब जांच शुरू की, तो यह साफ हो गया कि यह कोई मामूली मामला नहीं, बल्कि एक भीषण हत्या है। इसके बाद चार दिनों तक पुलिस को इसी इलाके से मानव शर Read more...

वक्फ बिल में हुए 10 बड़े बदलाव क्या? जानें मुस्लिमों की जिंदगी पर क्या असर

वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को लेकर वर्षों से विवाद और असंतोष चलता आ रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने नया वक्फ संशोधन विधेयक संसद में पेश किया, जिसे अब 'उम्मीद' (यानी Unified Waqf Management Empowerment, Efficiency & Development) के नाम से जाना जा रहा है। यह बिल 2 अप्रैल को लोकसभा और 3 अप्रैल को राज्यसभा में पारित हुआ, और अब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मंजूरी के साथ कानून बन चुका है।

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि इस कानून का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों में हो रहे पक्षपात, दुरुपयोग और अतिक्रमण को रोकना है। हालांकि, विपक्षी दलों ने इस बिल को लेकर तीव्र विरोध दर्ज कराया। लोकसभा में 288 सांसदों ने समर्थन में और 232 ने विरोध में वोट डाले, वहीं राज्यसभा में यह अंतर और भी संकीर्ण रहा - 128 समर्थन में और 95 विरोध में।

आइए जानते हैं इस कानून के अंतर्गत हुए 10 प्रमुख बदलाव:

1. नए धर्मांतरित मुसलमान अब दान नहीं दे सकेंगे

इस बिल क Read more...

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