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पाकिस्तान ने जयशंकर के बयान को बताया "भड़काऊ और गलत", भारत ने दोहराया आतंक समर्थक सेना का मुद्दा

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर के हालिया बयान ने भारत-पाक संबंधों में एक बार फिर तनाव बढ़ा दिया है। नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में जयशंकर ने साफ कहा था कि पाकिस्तान की कई समस्याओं की जड़ खुद उसकी सेना है, और वही देश के भीतर आतंकवाद को पोषित करने वाली प्रमुख संस्था है। इस बयान पर पाकिस्तान ने मजबूत प्रतिक्रिया देते हुए इसे "भड़काऊ, गलत और गैर-जिम्मेदाराना" करार दिया।

पाकिस्तान का पलटवार: “सेना हमारे सुरक्षा ढांचे की रीढ़”

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ताहिर अंद्राबी ने बयान जारी कर कहा कि भारत अनावश्यक रूप से पाकिस्तान के नेतृत्व और संस्थानों को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सेना देश की सुरक्षा, संप्रभुता और स्थिरता की प्रमुख शक्ति है और उस पर सवाल उठाना भारत का राजनीतिक एजेंडा दर्शाता है। अंद्राबी ने यह भी आरोप लगाया कि भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की छवि खराब करने और उसे आतंकवाद से जोड़न Read more...

इस्लामाबाद धमाका: डिस्ट्रिक्ट ज्यूडिशियल कॉम्प्लेक्स के बाहर फिदायीन हमला — 12 की मौत, 27 घायल

पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के डिस्ट्रिक्ट ज्यूडिशियल कॉम्प्लेक्स के बाहर हुए भीषण धमाके ने देश को झकझोर दिया है। प्रारम्भिक खबरों के मुताबिक़ इस फिदायीन हमले में 12 लोगों की मौत हुई है और 27 अन्य घायल हैं। सुरक्षा बलों और रेस्क्यू टीमों ने घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया है जबकि खराब हालत वाले कुछ घायलों का इलाज चल रहा है।

घटना के बाद पाकिस्तान सरकार और सेना के वरिष्ठ नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस धमाके को देश के लिए एक स्पष्ट “वेक अप कॉल” करार देते हुए कहा कि फिलहाल पाकिस्तान युद्ध जैसी स्थिति से गुजर रहा है। उनके अनुसार यह हमला केवल एकल घटना नहीं, बल्कि पूरे देश के खिलाफ चल रहे हिंसक अभियान का हिस्सा है। ख्वाजा आसिफ ने कहा, “जो कोई भी यह सोचता है कि हमारी सेना सीमांत क्षेत्रों में यह जंग अकेले लड़ रही है, उसे आज के आत्मघाती हमले को एक चेतावनी के रूप में लेना चाहिए। यह पूरा पाकिस्तान है जो इस च Read more...

फ्रांस में सत्य बोलने को लेकर बन रहा है मंत्रालय, क्यों मचा है बवाल?

फ्रांस में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की सरकार 'ट्रूथ मिनिस्ट्री' (सत्य मंत्रालय) के गठन पर विचार कर रही है, जिसका उद्देश्य सच बोलने के अभियान को बढ़ावा देना और फेक न्यूज पर नियंत्रण करना है। राष्ट्रपति मैक्रों ने एक भाषण में इसके संकेत देते हुए कहा कि "यह पता होना चाहिए कि कौन सच बोल रहा है और कौन झूठ?" उन्होंने इस दौर में सच और झूठ को पहचानना कठिन होने की बात स्वीकार की।

टेलीग्राफ ब्रिटेन के अनुसार, मैक्रों के इस संभावित कदम को मीडिया और सोशल मीडिया पर नियंत्रण स्थापित करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। इस चर्चा ने साहित्यकार जॉर्ज ओरवेल के प्रसिद्ध उपन्यास '1984' के कंसेप्ट को हवा दे दी है, जहाँ ओरवेल ने इसी तरह के 'सत्य मंत्रालय' का उल्लेख किया था।

सत्य मंत्रालय का प्रस्तावित कार्य

प्रस्तावित 'सत्य मंत्रालय' का मुख्य काम फेक न्यूज को रोकना और उस पर निगरानी रखना होगा।

  • निगरानी प्रणाली: इसके तहत एक ऐसा सिस्टम तै Read more...

मेरा गाँव मेरा देश

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