होम लोन लेना किसी भी व्यक्ति के जीवन का एक बड़ा वित्तीय निर्णय होता है, जिसे चुकाने में कमाई का एक बड़ा हिस्सा निकल जाता है। अक्सर यह देखा गया है कि लंबी अवधि (20 से 30 साल) के चलते ग्राहक बैंक को ली गई मूलधन राशि की लगभग दोगुनी रकम ब्याज के रूप में चुका देता है। लेकिन वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ स्मार्ट ट्रिक्स का इस्तेमाल करके लोन चुकाने की अवधि और कुल ब्याज की राशि को काफी कम किया जा सकता है।
ऐसी ही एक कारगर ट्रिक चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) नितिन कौशिक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की है। कौशिक बताते हैं कि अगर सही तरीके से वित्तीय योजना बनाई जाए, तो होम लोन को सालों पहले खत्म किया जा सकता है और लाखों रुपये की बचत की जा सकती है।
हर महीने की बजाय हर 15 दिन में करें भुगतान
CA कौशिक ने बताया कि ज्यादातर लोग अपने 20 से 30 साल के होम लोन के टेन्योर को एक फिक्स या अपरिवर्तनीय चीज़ मान लेते हैं। लेकिन भुगतान (पेमेंट) करने के तरीके में एक छोटा सा बदलाव करके आप अपने लोन को अप्रत्याशित रूप से जल्दी चुका सकते हैं।
उनकी रणनीति सरल है: हर महीने एक बार पूरी EMI भरने की बजाय, आप इसे दो हिस्सों में बाँट लें और हर 15 दिन में एक छोटा पेमेंट करें। इसे 'बाय-वीकली पेमेंट स्ट्रैटेजी' (Bi-Weekly Payment Strategy) भी कहा जाता है।
समझिए पूरा गणित
नितिन कौशिक ने इस रणनीति का पूरा गणित समझाया है।
-
अगर आप हर महीने एक EMI भरते हैं, तो साल में आप कुल 12 पेमेंट करते हैं।
-
लेकिन अगर आप हर 15 दिन में EMI का आधा हिस्सा भरते हैं, तो साल में कुल 26 हाफ-पेमेंट होंगी, जो कुल मिलाकर 13 पूरी EMI के बराबर हो जाती हैं।
यह जो एक एक्स्ट्रा EMI आप साल में भरते हैं, वह सीधे आपके मूलधन (Principal) में जाती है। इससे आपका लोन बैलेंस जल्दी कम होता है और उस कम हुए मूलधन पर लगने वाला ब्याज भी घट जाता है।
कितनी होगी बचत?
कौशिक के अनुसार, यह रणनीति कितनी प्रभावी हो सकती है, इसका अंदाजा बचत के आँकड़ों से लगाया जा सकता है:
-
अगर आपका लोन ₹50 लाख से ₹60 लाख रुपये का है और ब्याज दर लगभग 8 से 9 प्रतिशत है, तो इस तरीके से आपका लोन 6 से 7 साल पहले खत्म हो सकता है।
-
लोन की शर्तों और बचे हुए सालों के आधार पर, ग्राहक ₹12 लाख से ₹18 लाख रुपये तक का भारी-भरकम ब्याज बचा सकते हैं।
कौशिक ने स्पष्ट किया कि यह कोई मुश्किल या कानूनी तिकड़म नहीं है, बल्कि सिर्फ पेमेंट करने का एक स्मार्ट और अनुशासित तरीका है जो चुपचाप (साइलेंटली) काम करता है और लंबे समय में बड़ा वित्तीय लाभ देता है।
बैंक की पॉलिसी ज़रूर जाँचें
इस रणनीति को अपनाने से पहले CA कौशिक ने एक महत्वपूर्ण सलाह दी है: "आपको अपने बैंक की पॉलिसी जरूर चेक करनी चाहिए।" सभी बैंक हर 15 दिन में पेमेंट की सुविधा नहीं देते हैं। इसलिए यह सुनिश्चित कर लें कि आपका बैंक इस 'बाय-वीकली' या अतिरिक्त भुगतान की अनुमति देता है या नहीं। बार-बार मूलधन कम करने से लंबे समय में होने वाली बचत बहुत अधिक होती है।