इज़राइल द्वारा हमास के शीर्ष कमांडरों पर लगातार किए जा रहे हमलों और यहाँ तक कि विदेशी धरती पर भी हत्या के प्रयासों (Assassination Attempts) के बाद, हमास संगठन ने अपनी सुरक्षा को लेकर अब तक के सबसे सख्त नियम लागू कर दिए हैं। लंदन से प्रकाशित अखबार Asharq Al-Awsat की रिपोर्ट के अनुसार, दोहा (क़तर) में हाल ही में हुए एक असफल हत्या के प्रयास के बाद हमास के वरिष्ठ नेताओं ने अपनी सुरक्षा को कई गुना बढ़ा दिया है।
रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया है कि इज़राइल उन्नत तकनीकों का उपयोग करके हमास नेताओं को ट्रैक कर रहा है, जिससे उन पर खतरा पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है। इसी खतरे को देखते हुए, हमास ने एक आंतरिक सुरक्षा दस्तावेज़ (Internal Security Document) जारी किया है, जिसमें दर्जनों कड़े दिशा-निर्देश शामिल किए गए हैं।
बैठकों के लिए बेहद कड़े सुरक्षा नियम
हमास के कमांडरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जारी की गई नई गाइडलाइंस अत्यंत सख्त हैं और गोपनीय बैठकों के तरीकों को पूरी तरह से बदल रही हैं:
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स्थान और समय में निरंतर बदलाव: नेताओं को किसी भी बैठक को एक ही जगह या नियत समय पर आयोजित करने से मना किया गया है। सूचना लीकेज से बचने के लिए बैठकों के समय और स्थान को लगातार बदलना अनिवार्य कर दिया गया है।
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इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर पूर्ण प्रतिबंध: बैठकों में किसी भी प्रकार के मोबाइल फोन, लैपटॉप, स्मार्टवॉच, ब्लूटूथ डिवाइस, टीवी स्क्रीन, वाई-फाई राउटर या यहाँ तक कि एयर कंडीशनर तक को लाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है।
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70 मीटर की दूरी: दस्तावेज़ में स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि सभी इलेक्ट्रॉनिक और मेडिकल डिवाइसेज को मीटिंग पॉइंट से कम से कम 70 मीटर की दूरी पर रखा जाना चाहिए।
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सख्त चेकिंग: किसी भी कमरे में बैठक से पहले छुपे हुए कैमरों (Hidden Cameras) और ईव्सड्रॉपिंग डिवाइस (Eavesdropping Devices) की सख्त चेकिंग का आदेश दिया गया है।
इज़राइली हमले और शीर्ष कमांडरों का निशाना
हमास द्वारा यह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था ऐसे समय में लागू की गई है जब इज़राइल ने पिछले दो सालों में हमास, हिज़्बुल्लाह और अन्य ईरान-समर्थित समूहों के वरिष्ठ नेताओं को चुन-चुनकर निशाना बनाया है।
7 अक्टूबर के हमले के बाद शुरू हुए युद्ध में हमास और उसके सहयोगी संगठनों के कई बड़े नेता मारे गए हैं, जिनमें हसन नसरल्लाह, इस्माइल हानिया और याह्या असनवार जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं।
हालिया घटनाओं में, 2 दिसंबर को इज़राइल ने दावा किया था कि उसने बेरूत के दक्षिणी इलाके में एयरस्ट्राइक करके हिज़्बुल्लाह के डिप्टी चीफ हाइथम अली तबतबाई को मार गिराया है, जिसके चलते लेबनान में तनाव और बढ़ गया है। इसके अलावा, इज़राइल ने हाल ही में दावा किया कि रफ़ा के टनलों में छिपे 40 से ज़्यादा हमास लड़ाके—जिनमें एक शीर्ष कमांडर का बेटा भी शामिल था—एक सप्ताह के भीतर मार दिए गए।
3 दिसंबर को इज़राइली आर्मी रेडियो ने यह भी बताया कि यासिर अबू शहाब, जो गाज़ा में हमास के खिलाफ सबसे बड़े विपक्षी शाखा का नेता था, संघर्ष में घायल होने के बाद इज़राइल के अस्पताल में मौत के कगार पर पहुँच गया है। इन लगातार और सफल लक्षित हमलों के कारण ही हमास को अपनी सुरक्षा प्रोटोकॉल में अभूतपूर्व सख्ती लानी पड़ी है।